तू मेरे दिल में है,मेरी सांसो में है, मेरी धड़कन में है, मेरी हर रग–रग पर लिखा हुआ तेरा नाम है, तेरे बिना मेरी दुनिया ही सुनसान है, लोग कहते हैं भूल जाऊ में तुझे पर, दिल से धड़कन को जुदा करना कहा इतना आसान है, इस कदर होश खो बैठे है की, पता नहीं मर गये हैं या जिन्दा हैं, बस मेरे होठो पर तेरा ही एक नाम है |
कुछ अनसुनी और अनकही बातेँ साथ रखता हूँ , सागर से भी गहरेँ जस्बात लिए रखता हूँ , जो बिना कुछ कहेँ ही असर कर जायेँ, ऐसे अल्फाज लिए रखता हूँ , दर्द मेँ जो साथ दे, आँखोँ के वो अश्क साथ रखता हूँ , तन्हाईयोँ के महलोँ मे रहने वाला हूँ , मैँ यादोँ की बारात साथ रखता हूँ !
जितना तुझे देखू, उतना परेशान करे ये दिल, मैं अब भी सपनो में हूँ , और हकीकत बयाँ करे ये दिल, कुछ ख्वाब छूटे और कुछ ख्वाब टूटे, वक़्त–बेवक्त अब आहें भरे ये दिल, जिसे पा कर भी पा नहीं सका, चाह कर भी चाह ना सका उस मंजिल की राह ताके ये दिल, सपनो में जी लूँ , ग़मों को पी लूँ , दर्द से आहें भरे ये दिल, जितना तुझे देखू , उतना परेशान करे ये दिल !
गुनेहगार होना इतना बड़ा गुनाह नहीँ है, जितना की गुमराह होना ! गुनाह तो इंसान को पश्चाताप करना सिखाता है, लेकिन गुमराह होना ये इंसान को, हमेशा अंधेरे मेँ ही रखता है, और वो ये भूल जाता है कि इस चौखट को लांघते ही, सूरज जो खुद आग मेँ जल रहा है, लेकिन उसे रास्ता दिखाने के लिए, अपनी किरनोँ की बांहे फैलाये खड़ा है !
ये जो गहरे सन्नाटे है, वक्त ने सबको ही बांटे है, ये खामोश लब कुछ कहना चाहते हैँ, जैसे बिन बादल बरसातेँ हैँ, दिन मेँ दिखाई देता अंधेरा सा है, और सूनी रातेँ हैँ, महफिलोँ मे भी गहरे सन्नाटे हैँ, गुमराह हो गये है रास्ते… पर तू ना थका है कभी, ये सोचकर की मंजिले तो मिल ही जाती है, चाहे भटकते–भटकते ही सही, तेरी हंसी का दायरा इतना बड़ा है की, इस हँसी की आड़ मेँ तूने गमोँ को छुपा लिया है ! Keyword Tag : Love Poems, Love Sad Poems, Sad Poems on Love, Hindi Love Poems, Short Love Poems, Innocent Love, An Innocent Love, Innocent Love Drama,Satire-Vicious acts of Society
Jindagi ek Lamha hai, Kisi ne kuch Paya hai, To kisi ne kuch Khoya hai, Jindagi ek Sagar hai, Koi Tairta hua Dooba hai, To koi Doobkar Tairta hai, Jeena – Marna jindagi ka Dastur hai, Bas Fark itna sa hai, Ki koi Jee lene ke baad Mara hai, To koi Mar – Mar ke […]
मैँ महफिलोँ मे भी गुमनाम हूँ , और वो अकेले भी खास है, जो सांसोँ से भी ज्यादा मेरी रूह के पास है, पर वो मेरी किस्मत से जुड़ा हुआ काश! है, वो मेरी किस्मत है, और मेरी किस्मत ही नहीँ मेरे साथ है |
वो कहती है कि हम दोनोँ साथ हैँ ! वो चांद की चांदनी है और, मेरी जिँदगी अमावस की कोई काली रात है, वो फूलोँ की खुशबू है और, मेरी जिँदगी जैसे पतझड़ मेँ किसी पेड़ की डाली से, टूटे हुए पत्ते को हर पल होता सूखेपन का एहसास है.. वो चांद की बिखरी रोशनी-सी शरद पूर्णिमा की मदहोश रात है और, मेरी जिँदगी उस रात मेँ अंधेरे मेँ खोये हुए उन सितारों की सूनी कायनात है, वो बहती नदी हैँ और, मेरी जिँदगी रेगिस्तान मेँ उड़ते हुए किसी पंछी की प्यास है.. वो सावन की रिमझिम बारिश है और, मेरी जिँदगी बरसो से सूखी मिट्टी की दो बूंद प्यास है, वो किसी गीत का मीठा राग है और, मेरी तो धड़कन ही बेआवाज है.. मैँ महफिलोँ मे भी गुमनाम हूँ और, वो अकेले भी खास है, पर जिँदगी को आई वही रास है, वो मेरी उलझी हुयी हर एक सांस है, वही एक जिँदगी की बची हुयी आस है, अब मेरी नजरोँ को सिर्फ उसी की तलाश है, सिर्फ वही एक है, जो सांसोँ से भी ज्यादा मेरी रूह के पास है.. पर वो मेरी किस्मत से जुड़ा हुआ काश ! है, वो मेरी किस्मत है और, मेरी किस्मत ही नहीँ मेरे साथ है और, वो कहती है कि हम दोनोँ साथ है ! Keyword Tag : Romantic Love Poems, Sad Poems, Lost Love, True Love, Loneliness, Hindi poems, Sad Shayari, […]
Jindagi ek Lamha hai, Par mera har ek Lamha Tanha hai, Un Lamho mein Maujood hi to Tu hai, Jindagi yaadon ki ek raat hai, Bas us Raat ki har Baat hi to Tu hai, Jinadgi ek Junoon hai, Mera Junoon hi to Tu hai, Jinadagi ek Sukun hai, Jo mere pass nahi, Mushkil bas […]
Meri Aankhein soye aur Sapne jaage, Kanto ka Bistar hai, Gham ki Chadar hai, Meri Saanso mein basi teri yaado ke, Is gumnaan Andhere mein, Meri Saanso ko Rok kar, Main ab Kaha Sou du