महोब्बत तुझसे बेइंतहा की है,
तेरे भी इश्क़ में थोड़ी सी तो सच्चाई थी,
तनहा नहीं था राह-ए-इश्क़ में कभी,
आग इश्क़ की तूने भी तो दिल में लगायी थी ♥♥
मुस्करा जाते थे लब तुझे देखकर,
तू भी तो मुझे देखकर मुस्कुराई थी,
छु ही लिया जज़्बात-ए-इश्क़ ने मुझे,
तूने जो यूँ मुझसे नज़रे मिलायी थी ♥♥
कह ना सके तुझसे हालात दिल के,
तूने भी तो कुछ बातें दिल में दबाई थी,
दिल लगा बैठा कुछ लम्हों से यूँ ही,
मेरे हिस्से में तो सिर्फ तन्हाई थी ♥♥
छुपाया नहीं था ज़माने से कुछ भी,
मैंने तो ज़िन्दगी भी तेरे इश्क़ में बिताई थी,
कैसे करूँ मैं तुझसे शिकायत कोई,
नसीब में जो मेरे सिर्फ जुदाई थी ♥♥
तेरे भी इश्क़ में थोड़ी सी तो सच्चाई थी,
तनहा नहीं था राह-ए-इश्क़ में कभी,
आग इश्क़ की तूने भी तो दिल में लगायी थी ♥♥
मुस्करा जाते थे लब तुझे देखकर,
तू भी तो मुझे देखकर मुस्कुराई थी,
छु ही लिया जज़्बात-ए-इश्क़ ने मुझे,
तूने जो यूँ मुझसे नज़रे मिलायी थी ♥♥
कह ना सके तुझसे हालात दिल के,
तूने भी तो कुछ बातें दिल में दबाई थी,
दिल लगा बैठा कुछ लम्हों से यूँ ही,
मेरे हिस्से में तो सिर्फ तन्हाई थी ♥♥
छुपाया नहीं था ज़माने से कुछ भी,
मैंने तो ज़िन्दगी भी तेरे इश्क़ में बिताई थी,
कैसे करूँ मैं तुझसे शिकायत कोई,
नसीब में जो मेरे सिर्फ जुदाई थी ♥♥
uff…. badhiya MS… but ab positive wali likho ok? 🙂
THank you 🙂
Bohot khoob MS. dil ko chhu li
THank you so much 🙂