मिरे हर ख़्याल की तस्वीर तू है, दिल के ज़ख्मों की तदबीर तू है, लाख दिल को समझाया मगर, मिरे टूटे ख़्वाबों की तकदीर तू है ।
तेरी थोड़ी सी पलकें झुका दे, तेरी उँगलियों को मेरी उँगलियों से मिला दे, तेरी जुल्फ़ें मेरे काँधे पर फैला दे, जो नशा तेरी आँखों में है तेरे होंठों से पिला दे ♥♥
सारी रात तेरी यादों को बाहों में रखा है, मैंने चाँद के होंठों से तेरा नूर चखा है ♥♥
जैसे इश्क़ पहुँचा है दिल तक, तुम भी रूह में उतर जाओ, मैं सम्भालूं जुल्फें तुम्हारी, तुम खुशबू सी साँसों में बिखर जाओ ♥♥ सुकून कहाँ अब दिल को, चाहे अब जिधर जाओ, मेरी ख्वाबों के आसमां में, तुम चाँद सी निकल आओ ♥♥
कुछ इस तरह एक-दूसरे से लिपट जाये, कि तेरे जिस्म की खुशबू मेरी साँसों में घुल जाये, अब रोक ना तेरे कदमो को मेरी ओर बढ़ने से, चल फिर एक बार इस हसरत-ए-इश्क़ में जल जाये ♥♥
आज देखा जो मैंने तेरी आँखों में काज़ल, मुझ पर फिर बरस रहे हैं महोब्बत के बादल ♥♥
मैं एक ठहरा लम्हा हूँ, और तुम धड़कनों सी चलती हो, मैं एक बूँद को तरसता हूँ, और तुम नदी सी बहती हो, मैं लब्ज़ ढूँढता हूँ, और तुम आँखों से सबकुछ कहती हो, मैं खुद से भी जुदा हूँ, और तुम दिल में रहती हो ♥♥
ज़िन्दगी तू ही और मेरा सबकुछ तुझपे ही निसार है, साँसों को ज़िन्दगी का और मुझे सिर्फ तेरा इंतज़ार है ♥♥
ज़िन्दगी भी बदल गयी और बदल गया जीने का सलीक़ा, आज भी कुछ नहीं बदला तो बस तुझे चाहने का तरीका ♥♥